संतृप्तिः
(क) शैल की रिक्तियों (voids) में तेल, गैस या जल की उपस्थिति की सीमा या मात्रा। आमतौर पर इसे संपूर्ण रिक्ति या रंध्राकाश (pore space) के प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है।
(ख) (आग्नेय शैलविज्ञान में) संतृप्त या असंतृप्त खनिजों की विद्यमानता या अविद्यमानता पर आधारित आग्नेय शैलों के वर्गीकरण का सिद्धांत।