स्वाती दीपक जो बरै

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 16:37
Author
घाघ और भड्डरी

स्वाती दीपक जो बरै, खेल बिसाखा गाय।
घना गयंदा रन चढ़ै, उपजी साख नसाय।।


भावार्थ- यदि दीपावली के दिन स्वाति नक्षत्र हो एवं कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को विशाखा नक्षत्र में चन्द्रमा हो तो बड़ी लड़ाई होगी और खेती को नुकसान होगा।