पांच प्रमुख नदियों का प्रांत पंजाब और उनसे जुड़ा हरियाणा भी अपनी गोद में कई झीले समेटे हुए है। दोनो प्रांतों की राजधानी है चंडीगढ़। चंडीगढ़ की ‘सुखना झील’ जो नगर के उत्तर पूर्व में स्थित है, मानव निर्मित कृत्रिम झीलों में अपनी सानी नहीं रखती। सुखना झील के निचले भाग में 18 होल वाला गोल्फ मैदान है। गोल्फ खेलने के बाद आराम की आवश्यकता होने पर वहां का क्लब हाउस भी काफी सुविधाजनक है। यदि गोल्फ खेलने में कोई रुचि न हो तो ‘नौका विहार क्लब’ से झील में विहार करने के लिए नावें भी किराये पर मिलती हैं। यह क्लब झील के प्रवेशद्वार के निकट है। विशेष तौर पर सुखना झील में नौकायन प्रशिक्षण का स्तर काफी उम्दा किस्म का है।
सुखना झील में नौका प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं जिसका अपना अलग आनंद है। पर्वतीय पृष्ठभूमि में सुखना झील के चारों ओर विहार करती नौकाओं का दृश्य किसी खुशगवार शाम को और भी मनोरंजक बना देता है। इस दृश्य की रमणीयता से हृदय हिलोरें लेने लगता है। इस झील पर नौका प्रतियोगिता और मछली पकड़ने के लिए आये अनेकानेक लोगों को किस्मत आजमाते देखा जा सकता है। मछली पकड़ने के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है, जो मत्स्य विभाग के कर्मचारी द्वारा सरलता से प्राप्त हो जाता है। सुखना झील में पैडल बोट से तफरी करना बहुत आनंदप्रद और सुखद लगता है। झील के आसपास का क्षेत्र पक्षी विहार घोषित किया जा चुका है। यहां विभिन्न सुंदर पक्षियों को किल्लोल करते देख स्वर्ग के आनंद की अनुभूति होती है। झील सैक्टर के निकट ही सचिवालय, उच्च न्यायालय, विश्वविद्यालय परिक्षेत्र दर्शनीय स्थल हैं।
आधुनिक भवन निर्माण कला के उदाहरण-टैगोर थियेटर, गांधी भवन संग्रहालय तथा कलादीर्घा अपने में अद्भुत स्थल हैं। लेकिन झील क्षेत्र में ही स्थित रॉक गार्डन कभी नहीं भुलाया जा सकता। यदि आपको कभी रॉक गार्डन या चंडीगढ़ जाना हो तो सुखना झील में नौका विहार करना न भूलें। यहां शक्ति चलित तथा चप्पू वाली नौका दोनों में विहार करने का अपना-अपना आनंद है। झील के किनारे-किनारे अर्द्ध गोलाकार सड़क पर चहलकदमी करके आप इस झील के सच्चे सौंदर्य का अनुभव प्राप्त करेंगे।
सुखना झील में नौका प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं जिसका अपना अलग आनंद है। पर्वतीय पृष्ठभूमि में सुखना झील के चारों ओर विहार करती नौकाओं का दृश्य किसी खुशगवार शाम को और भी मनोरंजक बना देता है। इस दृश्य की रमणीयता से हृदय हिलोरें लेने लगता है। इस झील पर नौका प्रतियोगिता और मछली पकड़ने के लिए आये अनेकानेक लोगों को किस्मत आजमाते देखा जा सकता है। मछली पकड़ने के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है, जो मत्स्य विभाग के कर्मचारी द्वारा सरलता से प्राप्त हो जाता है। सुखना झील में पैडल बोट से तफरी करना बहुत आनंदप्रद और सुखद लगता है। झील के आसपास का क्षेत्र पक्षी विहार घोषित किया जा चुका है। यहां विभिन्न सुंदर पक्षियों को किल्लोल करते देख स्वर्ग के आनंद की अनुभूति होती है। झील सैक्टर के निकट ही सचिवालय, उच्च न्यायालय, विश्वविद्यालय परिक्षेत्र दर्शनीय स्थल हैं।
आधुनिक भवन निर्माण कला के उदाहरण-टैगोर थियेटर, गांधी भवन संग्रहालय तथा कलादीर्घा अपने में अद्भुत स्थल हैं। लेकिन झील क्षेत्र में ही स्थित रॉक गार्डन कभी नहीं भुलाया जा सकता। यदि आपको कभी रॉक गार्डन या चंडीगढ़ जाना हो तो सुखना झील में नौका विहार करना न भूलें। यहां शक्ति चलित तथा चप्पू वाली नौका दोनों में विहार करने का अपना-अपना आनंद है। झील के किनारे-किनारे अर्द्ध गोलाकार सड़क पर चहलकदमी करके आप इस झील के सच्चे सौंदर्य का अनुभव प्राप्त करेंगे।
Hindi Title