Surface tension in hindi (पृष्ठ तनाव)

Submitted by Hindi on Thu, 05/27/2010 - 12:00
आण्विक बलों के कारण द्रवों के बाह्य पृष्ठ में पाया जाने वाला वह गुण धर्म जो उस द्रव-पृष्ठ के क्षेत्रफल को न्यूनतम रखने का प्रयत्न करता है : परिमाणात्मक रूप में वह बल जो इस गुणधर्म के कारण द्रव-पृष्ठ पर एक लंबी रेखा के लंबवत् लगता है। इसके कारण द्रव के पृष्ठ का आचरण तनी हुई रबड़ की झिल्ली के समान हो जाता है। इसी कारण द्रवों की छोटी बूंदे गोल होती हैं और पतली नली में द्रव-पृष्ठ वक्र होता है। पृष्ठ-तनाव द्रव से गैस को, दो द्रवों को या द्रव से ठोस को पृथक करने वाले सभी पृष्ठों में पाया जाता है।