Trough faults in hindi

Submitted by admin on Wed, 04/21/2010 - 13:37

द्रोणिका भ्रंशः
संरचनात्मक भूविज्ञान में वे दो भ्रंश जिनकी दिशा लगभग एक ही होती है परन्तु वे एक दूसरे की ओर इस प्रकार नत होते हैं कि उनके बीच की शैल- संहति प्रायः फानाकार बन जाती है।