Twinning law in hindi

Submitted by admin on Wed, 04/21/2010 - 14:08

यमलन नियमः
किसी यमल के विभिन्न भागों के बीच संबंध व्यक्त करने वाला नियम जो मुख्यतः निम्नलिखित कारकों पर आधारित होता हैः

1. यमलन का अक्ष तथा यमलन-तल;
2. यमलन-तल आंतरिक परावर्तन;
3. यमलन-तल की प्रकृति।
कुछ प्रमुख प्रकार के यमलन-नियम इस प्रकार से हैः- अल्बाइट नियम, बबेनो नियम, कार्ल्सवाद नियम आदि।