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Submitted by admin on Fri, 07/03/2009 - 09:50
संपर्क व्यक्ति
संजय तिवारी
ईमेल
sanjaytiwari07@gmail.com
फोन न.
09312440606
डाक पता/ Postal Address
दरियागंज, दिल्ली

संजय तिवारी जी अपने आप से . .कहते हैं

दुनिया में कितने संजय तिवारी हैं? हजारों में तो होंगे ही. अपने गांव के बगल में ही एक संजय तिवारी हुआ करते थे. सालों से उनसे मुलाकात नहीं हुई. सुना है गांव में ही रहते हैं. लेकिन आज ऐसे ही फेशबुक पर संजय तिवारी खोजा तो 93 संजय तिवारी मिल गये.
पर विस्फोट के संजय तिवारी तो अकेले ही रहेंगे . .


विस्फोट की कहानी


विस्फोट.कॉम के मामले में संजय तिवारी के प्रयासों की एक झलक आप उनके इकरारनामे http:// www.visfot.com/index.php/voice_for_justice/913.html पर पा सकते हैं। संजय तिवारी जी के शब्द . . . विस्फोट.कॉम जरूर मेरा अपना निजी प्रयास है लेकिन इसको आगे ले जाने में हमारे साथियों, खासकर ब्लाग जगत से जुड़े साथियों का बहुत अहम योगदान रहा है. उन्होंने न केवल इसको प्रचारित किया बल्कि अपने ही बीच का एक काम मानकर इसको बढ़ाने का भी काम किया. देखते ही देखते एक साल के अंदर विस्फोट देश की सबसे चर्चित साईट हो गयी. लेकिन किसी को काम को बढ़ने के लिए सिर्फ जब्जे के अलावा भी दूसरे सहयोग चाहिए होते हैं.

विस्फोट के कारण बहुत सारे ऐसे लोगों से मिलना हुआ जो मानते हैं कि यह अच्छा और निष्पक्ष प्रयोग है और किसी भी कीमत पर यह बंद नहीं होना चाहिए. उनकी इच्छा और सद्भावना भी सिर आखों पर. लेकिन केवल सद्भावना से अच्छे काम चल जाते तो आज देश समाज की हालत ऐसी नहीं होती.

अच्छे कामों को चलने के लिए भी धन की जरूरत होती है. साधन की जरूरत होती है. आज विस्फोट जितना काम कर रहा है यह हमारे पास मौजूद साधन का अधिकतम उपयोग है. लेकिन अब मैं भी छीज गया हूं. कुछ बचा नहीं है. महीने दर महीने का संघर्ष अब रोज-ब-रोज के संघर्ष में बदल गया है. हालांकि चतुर खिलाड़ी की तरह इतना खोलकर हमें बात नहीं करनी चाहिए लेकिन आप हकीकत को कब तक छिपा सकते हैं? किसी न किसी दिन सच्चाई को स्वीकार करना ही होता है. और हमारी सच्चाई यह है कि अब हम इस काम को स्तरीय और सम्मानजनक तरीके से चलाये रखने में असमर्थ हैं.

विस्फोट का रास्ता . . .

विस्फोट का रास्ता संघर्ष का रास्ता है। अपनों की आलोचना भी काफी बेबाकी से केवल और केवल विस्फोट की पहचान है। विस्फोट की जमात उसकी एक और खासियत है कि बिना किसी अर्थ की चाह के कलम के धनी अपनी लेखनी समर्पित कर रहे हैं।

अर्थ संकट के बावजूद विस्फोट अपने रास्ते चलता रहे यही शुभेच्छाएं हैं . .