तरल प्रवाह में किसी लघु संवृत वक्र से होकर जाने वाली भ्रमिल रेखाओं से बना नलिकाकार पृष्ठ । जब संवृत वक्र अति सूक्ष्म होता है तब हमें भ्रमिल तंतु प्राप्त होता है।
अन्य स्रोतों से
बाहरी कड़ियाँ
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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -
शब्द रोमन में
संदर्भ
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