अद्रा गैलै तीनि गैल

Submitted by Hindi on Wed, 03/17/2010 - 08:24
Author
घाघ और भड्डरी

अद्रा गैलै तीनि गैल, सन, साठी औ कपास।
हथिया गैलै सबै गैल, आगिल पाछिल नास।।


भावार्थ- यदि आर्द्रा नक्षत्र चला गया और वर्षा न हुई तो सनई, साठी और कपास इन तीनों में से कोई फसल नहीं होगी। इसी प्रकार यदि हस्त नक्षत्र में वर्षा न हुई तो अगली-पिछली दोनों बोयी फसलें नष्ट हो जायेंगी।