अगहन जो कोउ बोवै जौवा

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 09:21
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घाघ और भड्डरी

अगहन जो कोउ बोवै जौवा।
होई तो होई नहीं खावै कौवा।।


भावार्थ- अगहन मास में जौ की बोवाई नहीं करनी चाहिए क्योंकि इस मास में बोने से फसल ठीक नहीं होती है और उसे कौवे ही खा जाते हैं।