(क) वह ठोस शैल जो स्वर्णमय बजरी, बालू मृत्तिका आदि के नीचे स्थित होता है तथा जिसके ऊपर जलोड़ स्वर्ण विद्यमान रहता है।
(ख) मृदा, बालू मृत्तिका आदि के नीचे स्थित कोई भी ठोस शैल।
1. वह ठोस शैल जो स्वर्णमय बजरी, बालू, मृत्तिका आदि के नीचे स्थित होता है तथा जिसके ऊपर जलोढ़ स्वर्ण विद्यमान रहता है। 2. मृदा, बालू, मृत्तिका आदि के नीचे स्थित कोई भी ठोस शैल। 3. मृद्ओं और आवरण प्रस्तर के नीचे स्थित ठोस चट्टान जिसकी गहराई शून्य (जब अपरदन द्वारा अनावृत हो) से लेकर सैकड़ों फीट तक हो सकती है।
(ख) मृदा, बालू मृत्तिका आदि के नीचे स्थित कोई भी ठोस शैल।
1. वह ठोस शैल जो स्वर्णमय बजरी, बालू, मृत्तिका आदि के नीचे स्थित होता है तथा जिसके ऊपर जलोढ़ स्वर्ण विद्यमान रहता है। 2. मृदा, बालू, मृत्तिका आदि के नीचे स्थित कोई भी ठोस शैल। 3. मृद्ओं और आवरण प्रस्तर के नीचे स्थित ठोस चट्टान जिसकी गहराई शून्य (जब अपरदन द्वारा अनावृत हो) से लेकर सैकड़ों फीट तक हो सकती है।
अन्य स्रोतों से
शीर्षमृदा, (topsoil) अवमृदा (subsoil) एवं असंपीडित पदार्थ की पृष्ठीय परत के नीचे पाई जाने वाली ठोस अनापक्षीण शैल।
शब्द रोमन में
Adhar sail