चलत समय नेउरा मिलि जाय

Submitted by Hindi on Fri, 03/26/2010 - 09:36
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घाघ और भड्डरी

चलत समय नेउरा मिलि जाय। बाम बाग चारा चखु खाय।।
काग दाहिने खेत सुहाय। सफल मनोरथ समझहु भाय़।।


भावार्थ- यदि कहीं जाते समय रास्ते में नेवला मिल जाये, निलकंठ बाई तरफ चारा खा रहा हो और दाहिने तरप खेत में कौवा हो तो जिस कार्य से व्यक्ति निकला है वह अवश्य सिद्ध होगा।