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राष्ट्रीय सहारा, 17 जुलाई, 2018
जिले के थराली प्रखंड की सोल घाटी तथा घाट प्रखंड के धुर्मी, कुंडी तथा सेराबगड़ में बादल फटने से आवासीय मकान और दुकानों के साथ ही वाहन आपदा की भेंट चढ़ गये। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार सुबह जनपद चमोली के थराली, घाट व चमोली में हुई अतिवृष्टि एवं भूस्खलन के कारण प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री एवं अहेतुक सहायता वितरित करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये हैं।
अतिवृष्टि एवं भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुए एक मोटर पुल एवं आठ पैदल पुलियाओं की शीघ्र मरम्मत करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को दिये हैं। सोमवार तड़के सोल घाटी में आपदा का कहर टूट पड़ा। भारी बारिश के चलते सोल घाटी क्षेत्र बाढ़ तथा भूस्खलन की चपेट में आ गया। अलसुबह आई आपदा से ढाढ़रबगड़ में प्राणमति नदी में आई बाढ़ से दुकानें तथा वाहन आपदा की भेंट चढ़ गये। आपदा में सोल घाटी के दो दर्जन से अधिक गाँवों का व्यावसायिक केन्द्र ढाढ़रबगड़ तबाह हो गया है।
ढाढ़रबगड़ का मोटर पुल भी आपदा की भेंट चढ़ गया। प्राणमति नदी पर बने रतगाँव जाने वाले पैदल पुल, लेटाल को जाने वाले पैदल पुल एवं घुंघुटी को जाने वाले पैदल पुल भी आपदा की भेंट चढ़ गये हैं। ढाढ़रबगड़ से रतगाँव को जाने वाली सड़क ध्वस्त हो गई है। विद्युत विभाग के अवर अभियंता हेमंत चमोली ने बताया कि प्राणमति नदी में पावर हाउस, विद्युत लाईन पोलों समेत आपदा की भेंट चढ़ गये हैं। जिलाधिकारी ने प्रभावित क्षेत्र पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया और बचाव व राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिये।
देवाल प्रखंड में भी तड़के हुई मूसलाधार बारिश से भारी नुकसान हुआ है आपदा में दो मोटर पुल तथा तथा छह पैदल पुलिया नष्ट हो गई है। बगड़ीगाड़ स्थित भगवान शिव का मन्दिर भी आपदा में बह गया है। कुलिंग गाँव में बादल फटने से पूरा गाँव तहस-नहस हो गया है। इसके अलावा पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से देवाल बाजार की पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। देवसारी झूला पुल में मलबा आने से रास्ते की दीवारें टूट गई हैं। घाट प्रखंड के धुर्मी, कुंडी तथा सेराबगड़ में भी अतिवृष्टि के कारण भारी तबाही हुई है। अतिवृष्टि से कई मकानों को क्षति पहुँची है। साथ ही कई मवेशी बह गये। क्षेत्र के मोटरमार्ग अवरुद्ध होने से जनजीवन प्रभावित हुआ है। रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुँच गई है।