एल्बा द्वीप इटली के लेगहॉर्न प्रांत के पश्चिमी तट से 45 मील दूर दक्षिण दिशा में है। यह प्रधान भूखंड से मील चौड़े पीयांबिनो मुहाने द्वारा पृथक है तथा 19 मील लंबा और 6 मील चौड़ा है। इसका क्षेत्रफल 140 वर्ग मील है। यह द्वीप पहाड़ी है। सबसे ऊँची चोटी मांटे कपन्ने है, जो समुद्रतल से 3,342 फुट ऊँची है। यह एक जलमग्न पर्वत का भाग है जो कार्सिका और सार्ड़ीनिया की ओर फैला है। इसका तट खड़ा और पथरीला है, परंतु बड़ी खाड़ियों के पास समतल क्षेत्र भी हैं। यहाँ की चट्टानें अति प्राचीन हैं। सिल्यूरिन और डेवानियन युगों की चट्टानें पूर्वी भाग में मिलती हैं। बलुआ पत्थर, चूने का पत्थर तथा सुभाजा (शिस्ट) चट्टानों का बाहुल्य है। इटली का 80 प्रतिशत कच्चा लोहा इसी द्वीप की खानों से निकलता है। लोहा गलाने का धंधा प्राचीन काल से चला आ रहा है। रोमन लोग यहाँ की कणाश्म (ग्रैनाइट) चट्टानों को भवननिर्माण के लिए तुड़वाते थे। आजकल यह काम बहुत ही कम हो गया है।
इस द्वीप का कुछ भाग उपजाऊ है। पर्वतों की निचली ढाल पर तथा तलहटियों में अंगूर, जैतून और शहतूत की उपज काफी होती है। टूनी और सार्डिन मछलियाँ पकड़ना यहाँ के निवासियों का प्रमुख धंधा है। पूरे द्वीप की जनसंख्या पचास हजार के लगभग है। इसकी राजधानी पार्टी फ़ेरियो यहाँ का प्रधान बंदरगाह तथा औद्योगिक और व्यावसायिक केंद्र है। (श्या.सुं.श.)
इस द्वीप का कुछ भाग उपजाऊ है। पर्वतों की निचली ढाल पर तथा तलहटियों में अंगूर, जैतून और शहतूत की उपज काफी होती है। टूनी और सार्डिन मछलियाँ पकड़ना यहाँ के निवासियों का प्रमुख धंधा है। पूरे द्वीप की जनसंख्या पचास हजार के लगभग है। इसकी राजधानी पार्टी फ़ेरियो यहाँ का प्रधान बंदरगाह तथा औद्योगिक और व्यावसायिक केंद्र है। (श्या.सुं.श.)