Geosyncline in Hindi (भू-अभिनति)

Submitted by Hindi on Mon, 04/12/2010 - 09:52

भूअभिनतिः
भूपर्पटी में एक बड़ी तथा लम्बी निम्नावलि (Down warp) जिसके पृष्ठ के विस्तार को बीसियों मीलों में नापा जा सकता है और इसमें संचित अवसादों की मोटाई लगभग 30,000 फुट से 40,000 फुट तक हो सकती है। भूआभिनतियों का निर्माण आमतौर पर ग्लोब के अपेक्षतया अधिक ठोस शील्ड क्षेत्रों या प्लेटफार्म क्षेत्रों के बीच अथवा उनके निकट होता है। ये कुछ समुचित संरचनात्मक विकास के साथ व्यापक अपरूपण के स्थल बन सकते है और यह बात सर्वमान्य है कि कई बड़े-बड़े पर्वत-तंत्रों का निर्माण संपीडित भूअभिनतिक अवसादों से ही हुआ है।

अन्य स्रोतों से
भूपर्पटी में वृहत गर्त अथवा द्रोणी या सैंकड़ों किलोमीटर तक फैली एक गहरी खाई, जिसका तल दोनों किनारों की भू-संहतियों से अपरदित मलबे के निक्षेपण के कारण धीरे-धीरे धंसता जाता है। फलस्वरूप अवसादी शैलों की मोटी परतों का निर्माण होता है।