Granite in Hindi (ग्रेनाइट)

Submitted by Hindi on Mon, 04/12/2010 - 12:35

ग्रेनाइटः
मुख्यतः क्षारीय फेल्डस्पार तथा क्वार्टज़ से निर्मित एक स्थूलकणिक आग्नेय शैल जिसमें अल्पमात्रा में सोडा-प्लैजिओक्लेज़ (प्रायः ऑलिगोक्लेज़) सामान्य रूप से मिलता है। मैफिक खनिजों के रूप में इसमें मस्कोवाइट, बायोटाइट, हार्नब्लेन्ड या यदाकदा पॉइरॉक्सीन खनिज भी विद्यमान हो सकते हैं।

- मोटे कणों से युक्त एक प्लूटॉनिक शैल जिसमें अन्य खनिजों के साथ-साथ क्वार्टज, ऑथोक्लेज तथा फेल्डस्पार भी पाए जाते हैं। इसकी संरचना इतनी खुरदरी होती है कि विभिन्न खनिज-कणों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है तथा उनको आसानी से एक-दूसरे से अलग भी किया जा सकता है।

अन्य स्रोतों से
स्थूल (बड़े-बड़े) कणों वाली आंतरिक आग्नेय शैल जिसमें पार्यः क्वार्टज, फेल्सपार तथा अन्य खनिज मिलते हैं। इसका निर्माण तप्त तरल मैग्मा के भूपृष्ठ के नीचे ठंडा तथा ठोस होने से होता है। ग्रेनाइट सामान्यतः बृहद्राशिः बृहद्राशि अथवा बैथोलिथ के रूप में मिलती है। यह पातालीय (plutonic) या भूगर्भिक शैल है जो पृथ्वी में पायी जाने वाली कठोरतम तथा टिकाऊ शैलों में से एक है। खनिजों के संगठन के अनुसार इसके रंग में विविधता पायी जाती है। यह हल्के भूरे एवं काले रंग से लेकर हल्के लाल और पीले रंग की भी हो सकती है। ग्रेनाइट शैल में सामान्यतः 52.3 प्रतिशत फेल्सपार, 31.3 प्रतिशत क्वार्ट्ज, 11.5 प्रतिशत अभ्रक, 2.4 प्रतिशत हाईव्लेंड, 2.0 प्रतिशत खनिज लोहा तथा 0.5 प्रतिशत प्रतिशत अन्य खनिज पाये जाते हैं।