इंन्सेलवर्गः
प्रवण पार्श्वों से युक्त अवशिष्ट पहाड़ी या पर्वत जो शुष्क या अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में सतह पर से एकाएक निकला हुआ प्रतीत होता है और चारों ओर से लगभग समतल शैलपृष्ठों से या ढालों से व्युत्पन्न मलवे से घिरा होता है।
अन्य स्रोतों से
उष्ण शुष्क प्रदेश में एक विलगित अंतःस्थलीय पर्वत, जिसका शिखर साधारणतया गोल होता है, और नग्न शैल के पार्शवों का ढाल खड़ा होता है। समीपवर्ती मैदान से इसकी ऊँचाई 325 मीटर हो सकती है।