वह तरल प्रवाह जिसमें वे-फलन का कर्ल सर्वत्र शून्य हो जिससे किसी संवृत्त बक्र के अनुदिश वेग का परिसंचरण विलुप्त हो जाता हो। इसे तरल की अघूर्णनी गति (irrotational motion) भी कहा जाता है।
अन्य स्रोतों से
बाहरी कड़ियाँ
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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -
शब्द रोमन में
संदर्भ
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