हरियाली जरूरी है-वातावरण के लिए भी और गृह-सज्जा के लिहाज से भी। ऐसे में अगर आप घर में न भी हों, तो सेल्फ ऑटोमेटिक ड्रिप सिस्टम पौधों को सूखने नहीं देगा।
कभी सोचा है कि अगर आपको किसी काम से 15, 20 या 40 दिनों के लिए बाहर जाना पड़े, तो उपके पौधों का क्या होगा ? क्या होगा अगर आप अपने परिवार के साथ 20 दिन की छुट्टी के बाद आएं और आपके पौधे मुरझाए हुए हों। अगर आप भी इस मुश्किल में हैं कि कैसे जाएं छुट्टियों में अपने पौधों को छोड़कर, तो अब बाजार में ऐसी तकनीक आ गई है, जिससे आप अगर एक महीने की छुट्टी पर भी हैं, तब भी पौधे नहीं सूखेंगे। यह टेक्नोलॉजी है ‘‘सेल्फ ऑटोमेटिक ड्रिप सिस्टम’’, जो 20 पौधों को 40 दिनों तक पानी दे सकता है।
घर में रखना आसान
सेल्फ ऑटोमेटिक ड्रिप सिस्टम बहुत ही जल्दी तैयार होने वाली उपयोगी तकनीक है। यह 25 लीटर का टैंक और बैटरी से चलने वाला स्वतंत्र और सुरक्षित उपक्रम है। इसमें 4 विकल्प होते हैं, जिन्हें आप 10, 20, 30 या 40 दिनों के हिसाब से सेट करके चला सकते हैं। इसका विशेष अंदरूनी उपक्रम स्वचालित है और पानी के दबाव को नियंत्रित करता है। बैटरी इलैक्ट्रॉनिक टाइमर और सोलेनाइड वॉल्व वैकल्पिक सुरक्षा और कम बैटरी की खपत करते हैं। इसमें एक बड़ा फिल्टर है, जो पौधों के लिए गुणवत्तायुक्त पानी प्रदान करता है। डबल सेक्शन रबर और कंडेंसेंशन के कारण यह आसानी से निकलता नहीं है तथा आपके घर में किसी भी जगह लग सकता है।
कैसे काम करता है एसएडीएस
- 25 लीटर टैंक
- 10 मीटर वितरण के लिए नली या पाइप
- 20 फिक्सिंग स्टेक्स
- 20 ड्रिपर
सबसे पहले आप अपने घर में या बाहर किसी सुरक्षित जगह इन सभी कंपोनेंट को रख लें। फिर 25 लीटर के टैंक को किसी ऊँचाई वाली जगह पर रखें, जो पौधों से 70 से 80 सेंटीमीटर की ऊँचाई पर हो। उसके बाद टाइमर वाले स्विच को 0 पर कर दें। साथ ही टैंक के आस-पास अपने पौधे रखें। फिक्सिंग स्टेक्स को सभी पौधों की मिट्टी में लगा दें। फिर टाइमर के पास लगी दोनों नलियों में से एक पर 10 मीटर पाइप जोड़कर उसे सभी पौधों के फिक्सिंग स्टेक्स में लगाकर दूसरी नली पर लगा दें। कैंची की मदद से सभी फिक्सिंग स्टेक्स से 3 सेंटीमीटर की दूरी पर पाइप को काट दें और फिर सभी पौधों पर ड्रिपर लगाने के बाद उन्हें कटे हुए पाइप से जोड़ लें। आखिर में 25 लीटर टैंक में पानी भरकर अपनी जरूरत के अनुसार दिन के विकल्प पर नॉब घुमा दें और स्विच ऑन कर दें।
दिन | पानी की खपत | कुल पानी की खपत |
10 | 120 सीसी प्रतिदिन | 24 लीटर |
20 | 60 सीसी प्रतिदिन | 24 लीटर |
30 | 40 सीसी प्रतिदिन | 24 लीटर |
40 | 30 सीसी प्रतिदिन | 24 लीटर |
* सीसी - क्यूबिक सेटीमीटर वाॅल्यूम
सेल्फ ऑटोमेटिक ड्रिप सिस्टम में एक सेंसर होता है, जो मिट्टी में नमी की मात्रा को देखता है। जब कभी पौधों में नमी कम होने लगती है, तो वह अपने आप ऑन हो जाता है और पौधो को ड्रिपर के जरिए पानी देता है। आप इसका इस्तेमाल जब घर पर है, तब भी कर सकते है, क्योंकि कई बार हम बेवजह पौधों में पानी देते हैं, जिससे पौधे मुरझा जाते हैं। इससे न सिर्फ पौधों को जरूरत के अनुसार पानी मिलेगा, बल्कि पानी की बर्बादी भी कम होगी।
फायदा - इससे नल की जरूरत नहीं है। साथ ही इससे किसी भी प्रकार की बिजली की आवश्यकता भी नही है। इसलिए आप बाहर छुट्टियों में जाने से पहले मेन स्विच बंद कर सकते हैं।
कहां कहां मिलता है - फिलहाल क्लाबर ओएसिस एक कम्पनी है, जो स्वचालित पानी देने वाला उपक्रम बनाती है। भारत में अमेजन इंडिया के माध्यम से दो विक्रेता क्लाबर ओएसिस 4 प्रोग्राम/ 20 प्लांट्स ऑटोमेटिक ड्रिप वाटरिंग सिस्टम बेचते हैं। भारत में इसकी कीमत 20 से 21 हजार के बीच है।
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