जलानुशासन ही बचाएगा भीषण संकट से : अर्चना

Submitted by Hindi on Thu, 04/07/2016 - 09:24
Source
राजस्थान पत्रिका, 06 अप्रैल, 2016

बुरहानपुर। पूर्व मंत्री व विधायक चिटनीस गाँव-गाँव जाकर कर रही जल संरक्षण के लिये जागरूक

.जिले के ग्रामीण इलाके पानी के भीषण संकट से जूझ रहे हैं। इसी को देखते हुए पूर्व मंत्री व विधायक अर्चना चिटनीस ने जल संरक्षण की अलख जगाने की मुहिम शुरू की है। ग्रामीणों को जागरूक करने के लिये चिटनीस गाँवों में रैली निकाल रही हैं। रैली में ग्रामीण, स्कूली बच्चे व महिलाएँ भाग ले रही हैं। रैली के दौरान विधायक पानी की बूँद-बूँद का महत्त्व बता रही हैं। वह लोगों को समझाती हैं कि जलानुशासन अपनाकर कैसे पानी संकट से लड़ा जा सकता है।

उनकी मुहिम का असर भी दिख रहा है। लोग पानी का इस्तेमाल सोच-समझकर कर रहे हैं। पानी की बर्बादी रोक रहे हैं। विधायक की योजना अधिकतर गाँवों में रैली निकालकर कर जन जागरुकता फैलाने की है। गौरतलब है कि विधायक चिटनीस जिले में पानी बचाने की मुहिम कई महीनों से चला रही हैं। ग्रामीणों को जागरूक कर उन्होंने कई गाँवों में तालाब व छोटे-छोटे बाँध बनवाए हैं, जो गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को जीवनदान दे रहे हैं।

किसानों ने बनाए खेत तालाब


विधायक की प्रेरणा से अपने गाँव में निजी खर्च पर किसानों ने तालाब बनाए हैं। किसान सन्तोष सागर, शेख शब्बीर, रमेश महाजन, सन्तोष धाने और गोकुल बारी सहित कई किसानों ने खेत में तालाब बनाए हैं। सरपंच दिलीप तायड़े ने बताया गाँव में जल संकट की स्थिति आ गई है। यहाँ पर कई एकड़ फसल सूख गई है। पीने के पानी का भी संकट खड़ा हो गया है। हमने विधायक अर्चना चिटनीस से मिलकर गाँव में जनजागृति को लेकर रैली निकाली।

जंगल बचाने का सन्देश


विधायक अर्चना चिटनीस प्रभातफेरी में ग्रामीणों को संवेदनशील होकर आने वाली समस्या के हल के लिये जागरूक कर रही है। किसानों को गाँव में खेत तालाब, खेत कुंड बनाने के लिये प्रेरित कर रही है। गाँव में निरन्तर घटते जल स्तर को विधायक ने सबकी समस्या बताया। उन्होंने समस्या के निदान के लिये व्यक्तिगत और सामूहिक प्रयास कर जलानुशासन अपने आचरण में लाने का सन्देश दिया।

ऐसे करते हैं जागरूक


सुबह 7.30 बजे विधायक अर्चना चिटनीस बुरहानपुर से अपने साथियों के साथ गाँव में पहुँचती हैं। वे यहाँ पर ग्रामीणों को एकत्रित करने के साथ ही स्कूली छात्राएँ, युवा, समाजसेवी और सभी दलों के लोगों को साथ लेकर गाँवों में रैली निकाल रही हैं। रैली में महिलाओं को जल संरक्षण की जानकारी दी जा रही है।

 

विधायक अर्चना चिटनीस से सीधी बात

जागरुकता रैली में क्या सन्देश दिया जा रहा है?

ग्रामीणों को पानी की कीमत समझाई जा रही है, क्योंकि हम धरती से पानी निकालते जा रहे हैं, जबकि उसमें डाल कुछ नहीं रहे हैं। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में जल संकट की स्थिति है। हमें भी सावधान रहने की जरुरत है।

पानी बचाने के लिये आप कब से प्रयास कर रही हैं।

जल संरक्षण के लिये हमने क्षेत्र में कोई छोटे-छोटे बाँध बनाए हैं। पिछले वर्षों की अपेक्षा दोगुना तालाब बुराहनपुर में बने हैं। यहाँ की खेती को उज्वल बनाने के लिये प्रयास किये हैं और इसके परिणाम भी बोहतर आये हैं।

कितने गाँवों में देंगे सन्देश?

बिरोदा, इच्छापुर, लोनी, भोलाना में जल संकट की स्थिति है। हम पहले जल संकट से जूझ रहे गाँवों में लोगों को जागरुक करेंगे। इसके बाद अन्य गाँवों में भी जल रैली निकालेंगे।

किसानों के लिये क्या सन्देश है?

जिले में अल्प वर्षा से कई गाँवों में यह स्थिति उत्पन्न हो रही है। हमें पानी-मिट्टी को बचाना है। इसको लेकर एक जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान से पानी को बचाने को लेकर लोगों में जागरुकता आ रही है।

 

7500 लोगों के सामने जल संकट


ग्राम बंभाड़ा में 1880 परिवार रहते हैं। आबादी 7500 है। गाँव में पेयजल सप्लाई के लिये ट्यूबवेल का ही सहारा है, लेकिन ट्यूबवेल दम तोड़ रहा है। इससे घबराकर पंचायत ने एक दिन छोड़कर पानी देना शुरू कर दिया। वहीं गाँव में करीब 7500 हेक्टेयर जमीन है। यहाँ पर केला, गन्ना, मक्का और कपास प्रमुख फसल है। फिलहाल केला, गन्ना और मक्का की फसल को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। जलस्तर 800 मीटर गिर गया है। ग्रामीणों ने अब इस पानी को बचाने के लिये लोगों को जागरुक करना शुरू कर दिया है, इसमें महिलाएँ अहम भूमिका निभा रहा हैं।