जो रोहिनि बरसा करै

Submitted by Hindi on Thu, 03/18/2010 - 12:14
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घाघ और भड्डरी

जो रोहिनि बरसा करै, बचै जेठ नित मूर।
एक बूँद कृतिका पड़ै, नासै तीनों तूर।।


भावार्थ- घाघ का कहना है कि रोहिणी नक्षत्र में वर्षा हो तो जेठ मास में न होने से कोई लाभ-हानि नहीं है, लेकिन यदि कृतिका नक्षत्र में एक बूँद भी पानी बरस गया तो तीनों फसलें नष्ट हो जायेंगी।