संधिः
शैलों में एक प्रकार का विभंग या विभाजन जिनके शैलों का कोई सुप्रेक्ष्य संचलन नहीं हुआ होता।
- शैल पृष्ठ में पायी जाने वाली दरारें, जो भ्रंशों (faults) के विपरीत खंडों के मध्य अल्प संचलन के परिमाम स्वरूप कमजोर समतल (plane) या संधि समतल में पड़ जाती है। जहां पर शैल आनावृत्त हैं और अपक्षय होता है, वहां दरारों (cracks) का प्रभाव भृगुओं और श्रृंगो की आकृति पर अत्यधिक पड़ता है। अत्यंत सामान्य संचलन के फलस्वरूप भ्रंशों के विपरीत खंडों के जोड़ पर पड़ने दाली दरार।