कहा होय बहु बाहें

Submitted by Hindi on Mon, 03/22/2010 - 14:43
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घाघ और भड्डरी

कहा होय बहु बाहें,
जोता न जाय थाहें।।


शब्दार्थ- थाहे-गहरा।

भावार्थ- बहुत बार जोतने से कुछ नहीं होता यदि गहराई से न जोता जाय।