कोलांस

Submitted by Hindi on Tue, 07/12/2011 - 09:27
बड़ी झील को भरी-पूरी देख कर
लहक उठती है कोलांस नदी

सुनते हैं आजकल कोलांस भी
झेल रही है सूखे की मार

दूरदराज से पानी लाकर
कोलांस ही भरती रही है बड़ी झील का पेट
बारिश का अभाव कि कोलांस भी
मनमसोस कर रह जाती है

कोलांस सूखती है
तो बड़ी झील के मन में उदासी बैठ जाती है
और बड़ी झील मछरी की तरह
छटपटाती रहती है गाद में रात-दिन!