Soil-salinity - लवणीय मृदा
मिट्टी में लवण का अंश Soil-salinity जल है। यह स्थिति भूमि के उफपजाऊ सतह पर लवण के अत्यधिक जमाव के कारण बनती है।
परिभाषा -
ऐसी मृदाएं जिनमें घुलनशील लवणों की अधिकता के कारण बीज का अंकुरण एवं पौधे का विकास प्रभावित होता है, लवणीय मृदाएं कहलाती है । इन मृदाओं की सतह पर कैल्शियम, मैग्नीशियम व पोटेशियम के क्लोराइड एवं सल्फेट आयन अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में पाये जाते हैं ।
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मृदा में लवण (नमक) की मात्रा को मृदा लवणता (Soil salinity) कहते हैं। मृदा में नमक की मात्रा बढने की क्रिया लवणीकरण (salinization) कहलाती है। नमक, प्राकृतिक रूप से मिट्टी तथा जल में पाया जाता है। मृदा का लवणीकरण प्राकृतिक प्रक्रिया द्वारा हो सकता है जैसे, खनिज अपक्षय (mineral weathering) या समुद्र के क्रमशः दूर जाने से। सिंचाई करने आदि कृत्रिम क्रियाओं से भी मृदा की लवणता बढ़ सकती है,और मृदा पोटाश से दूर की जाती है।