गंगा की रक्षा के लिये अपने प्राण न्यौछावर कर देने की प्रतिज्ञा ले चुके स्वामी ज्ञान स्वरुप सानंद ने रविवार को एक बार फिर अपनी माँगों के न पूरा होने तक अनशन जारी रखने की बात कही है। यह उन्होंने केन्द्रीय मंत्री पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, उमा भारती द्वारा भेजे गये पत्र के जवाब में कहा है। उमा भारती ने पत्र लिखकर स्वामी सानंद से अनशन खत्म करने की गुजारिश की है।
पत्र में उन्होंने कहा है कि गंगा का संरक्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है और सरकार इसके प्रति गंभीर है। उमा भारती ने सरकार द्वारा गंगा के संरक्षण के लिये किये जा रहे कार्यों का हवाला देते हुए स्वामी सानंद से अनशन खत्म कर देने का आग्रह किया है। लेकिन स्वामी सानंद ने अपने द्वारा प्रधानमंत्री को पूर्व में लिखे गए पत्रों का हवाला देकर उमा भारती के इस प्रस्ताव को नकार दिया। उन्होंने उमा भारती को इस बावत एक पत्र भी लिखा है।
गौरतलब है कि स्वामी सानंद 22 जून से हरिद्वार के मातृ सदन में गंगा के संरक्षण की मांग को लेकर अनशन पर हैं। रविवार को उनके अनशन का दसवाँ दिन था। उमा भारती दूसरी केंद्रीय मंत्री हैं जिन्होंने स्वामी सानंद से अनशन खत्म करने का आग्रह किया है। इनके ठीक एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी गंगा के उत्थान के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों का हवाला देकर स्वामी जी से अनशन समाप्त करने का आग्रह चुके हैं।
उमा भारती के पत्र को पढ़ने के लिये अटैचमेंट देखें।
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