अनशन का 15वाँ दिन
गंगा के लिये अपने आप को समर्पित कर चुके स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद के समर्थन में आज 06 जुलाई, 2018 को साधु सन्त सहित पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और अन्य कई लोग मातृ सदन पहुँचे। सभी ने गंगा की रक्षा के लिये समर्थन का संकल्प लिया। स्वामी सानंद ने कहा कि सरकार गंगा का हित नहीं करना चाहती। इसलिये आज तक 2012 से प्रस्तावित गंगा एक्ट को पास नहीं किया है। उन्होंने कहा, “मोदी जी नहीं चाहते कि गंगा अधिनियम पास हो। मेरी माँग है कि सरकार मानसून सत्र में ही इस एक्ट को पास करे। यदि वह ऐसा नहीं करती तो मेरा अनशन जारी रहेगा।” उन्होंने सन्तों और वैज्ञानिकों से ये आह्वान किया कि वे गंगा के बारे में लोगों को सही प्रकार से शिक्षित करें ताकि उसकी रक्षा हो सके। धर्म के नाम पर गंगा का केवल शोषण नहीं होना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार को स्वामी जी के जीवन की रक्षा करनी चाहिए और बीच का रास्ता निकालना चाहिए।
गौरतलब है कि स्वामी सानंद ने 22 जून को अनशन शुरू किया था और आज तक सरकार की तरफ से कोई ऐसा आश्वासन नहीं दिया गया है जिससे लगे कि सरकार गंगा और स्वामी जी के स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित है। इसके अलावा स्वामी सानंद ने गंगा में राफ्टिंग और टूरिज्म भी बन्द करने की माँग की है। उन्होंने कहा कि यह भी प्रदूषण के स्रोत हैं। गंगा की अविरलता को बनाये रखने के लिये इसका धार्मिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिये साधन बनाये जाने की संस्कृति को छोड़ने पर भी स्वामी सानंद ने जोर दिया।
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