नीचन से ब्योहार बिसाहा

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 10:21
Author
घाघ और भड्डरी

नीचन से ब्योहार बिसाहा, हँसि के मांगे दम्मा,
आलस नींद निगोड़ी घेरे, घघ्घा तीनि निकम्मा।


भावार्थ- जो लोग बुरे लोगों से मित्रता करते है, हँसकर अपना पैसा माँगते हैं और जिन्हें आलस्य या नींद हर समय घेरे रहती है, ये तीनों निकम्मे यानी बेकार होते हैं।