ओला या उपल वृष्टि (Hail)

Submitted by Hindi on Tue, 04/26/2011 - 11:58
लगभग 5 मिमी या इससे अधिक व्यास वाले बर्फ के टुकड़े जो कपासी वर्षा मेघों से नीचे गिरते हैं। ये आकृति और आकार में भिन्न-भिन्न प्रकार के हो सकते हैं। इनका संबंध प्रायः तड़ित झंझाओं से होता है और उनके आगमन के साथ ओले भूतल पर गिरते हैं। जब अत्यधिक न्यूनदाब के कारण तेजी से ऊपर उठती हुई आर्द्र वायु अधिक ऊँचाई पर पहुँच जाती है और उसका संघनन हिमांक से नीचे तापमान पर होता है तब जलवाष्प का जमाव हिमगोलकों (ice pellets) के रूप में होने लगता है। जब इन गोलकों का भार इतना अधिक हो जाता है कि ऊपर उठती हुई वायु इन्हें ऊपर रोकने या धारण करने में अक्षम हो जाती है तब ये बर्फ के टुकड़े (गोलक) नीचे की ओर तेजी से गिरने लगते हैं। मार्ग में इनके आपसी टकराव से इनके आकार प्रायः छोटे हो जाते हैं। भूतल पर गिरने वाले ओले का आकार मटर के दाने से लेकर बड़े गेंद के आकार तक हो सकता है। उपलवृष्टि से फसलें नष्ट हो जाती हैं और जन-धन को काफी क्षति पहुँचती है। अतः इसे प्राकृतिक प्रकोप माना जाता है।

अन्य स्रोतों से




वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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