रांची. राजधानी में पेयजल उपभोक्ताओं को सप्लाई किए जाने वाले 33 एमजीडी (मिलियन गैलन डेली) पानी में से सिर्फ छह एमजीडी ही इस्तेमाल होता है। शेष 27 एमजीडी पानी कहां जाता है, इसका हिसाब नगर निगम के पास नहीं है, जबकि इतना पानी राजधानी के लगभग 7.50 लाख उपभोक्ता की जल संबंधी जरूरत पूरी कर सकता है।
शहर में नौबत पानी की राशनिंग की आ गई है। इसलिए समूचा सरकारी महकमा हरकत में आ गया है। यही वजह है कि आनन-फानन में लीकेज ढूंढ़े जाने लगे हैं और पानी चोरी रोकने की कवायद शुरू हो गई है।
आंकड़े कहते हैं
नगर निगम के अनुसार रुक्का, हटिया व गोंदा डैम से 33 एमजीडी जलापूर्ति होती हैशहर के सभी 55 वार्डो में हैं 27 हजार उपभोक्ता, इनकी जरूरत छह एमजीडी से होती है पूरीशेष 27 एमजीडी पानी का लेखा—जोखा निगम के पास उपलब्ध नहीं है।
लीकेज हैं ढेर सारे
राजधानी में पानी की आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइपलाइन में हैं लगभग 250 लीकेजरातू रोड में सौ, मेन रोड में 30, बरियातू रोड में 50, कोकर में 40 समेत धुर्वा क्षेत्रों में लीकेज से लगभग 15 एमजीडी पानी बर्बाद होता है, जबकि 12 एमजीडी चोरी चला जाता है
क्यों होती है पानी की चोरी
राज्य में गैर आदिवासी यदि आदिवासी जमीन खरीदते हैं तो भूमि का मालिकाना हक नहीं मिलता और जमीन का दाखिल-खारिज नहीं हो पाता। रसीद न होने से लोगों को वाटर कनेक्शन नहीं मिल पाता है और पानी चोरी होती है। सुविधा शुल्क लेकर वाटर कनेक्शन देने का प्रावधान शुरू हुआ था, लेकिन यह अभियान सफल नहीं हो सका।
चार तक होगी हटिया डैम से सामान्य जलापूर्ति
विधानसभा के शीतकालीन सत्र व नए साल को देखते हुए हटिया से चार जनवरी तक सामान्य जलापूर्ति होगी। यह जानकारी हटिया के कार्यपालक अभियंता मो. रेयाज अहमद ने दी। मालूम हो कि हटिया डैम में घटते जलस्तर को देखते हुए हफ्ते में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को जलापूर्ति नहीं करने का निर्णय लिया गया था। इस व्यवस्था के तहत हटिया डैम के प्रसार क्षेत्र में हफ्ते में चार दिन ही जलापूर्ति की जानी थी।
पानी को लेकर तीन जनवरी को कांग्रेस कार्यकर्ता करेंगे प्रदर्शन
पानी बचाओ कार्यक्रम के तहत कांग्रेस का अभियान बुधवार को भी जारी रहा। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मेकॉन क्षेत्र में लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान कॉलोनी में घर-घर जाकर महिलाओं से पानी की बर्बादी रोकने की अपील की।
अभियान के दौरान पार्टी नेता आलोक दुबे ने कहा कि सरकार व पेयजल विभाग पेयजल की बर्बादी रोकने का उपाय नहीं कर पा रही है। इसके खिलाफ तीन जनवरी को विभाग के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा। अभियान में परवेज आलम, प्रवीण सिंह, सुनील सिंह, नीलेश आंकड़ा, जुना खान, आलोक तिवारी, विपिन कुमार, जितेंद्र कुमार, सोनू, गोपाल, नीरज, गीता देवी आदि शामिल थे