पौष अँध्यारी सत्तमी

Submitted by Hindi on Thu, 03/18/2010 - 16:42
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घाघ और भड्डरी

पौष अँध्यारी सत्तमी, बिन जल बादर जोय।
सावन सुदि पूनो दिवस, बरखा अवसिहिँ होय।।


शब्दार्थ- सुदि – शुक्ल पक्ष।

भावार्थ- पौष कृष्ण सप्तमी को यदि जलविहीन बादल हों और वर्षा न हो तो सावन की पूर्णिमा को पानी निश्चित रूप से बरसेगा।