पछिवाँ के बादर

Submitted by Hindi on Thu, 03/18/2010 - 15:55
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घाघ और भड्डरी

पछिवाँ के बादर, लबार के आदर।
भावार्थ- पश्चिम दिशा से उठा बादल उसी प्रकार कभी बरसता नहीं है जिस प्रकार लबार (झूठा) व्यक्ति का चाहे जितना आदर किया जाए वह कभी सच नहीं बोलता।