पहिलै पानि नदी उफनायँ

Submitted by Hindi on Sat, 03/20/2010 - 11:02
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घाघ और भड्डरी

पहिलै पानि नदी उफनायँ।
तो जानियौ कि बरखा नायँ।।


भावार्थ- यदि पहली वर्षा के पानी से नदियाँ उफना जायँ तो समझ लें कि अब आगे वर्षा होने की सम्भावना नहीं है।