जल संचयन तकनीक की प्राचीन और ऐतिहासिक प्रणालियों की यह यात्रा वयां करती है पानी की हरेक बूंद को समेटने और सहेजने की कला। यह फिल्म उस समाज की कला को दर्शाती है जहां इंद्र देवता की कृपा बहुत कम होती है फिर भी इस समाज के लोगों ने यह सीख और समझ लिया कि उंहें अपने सीमित जल का प्रबंधन किस प्रकार करना है। आईये देखें समाज की कलाकारी का बेजोड़ नमूना और जल की नंहीं बूदों को सहेजने की पारंपरिक तकनीकः टांका और कुंई
राजस्थान की पारंपरिक जल संचय प्रणालियां-टांका और कुंई
More From Author
09/28/2012 - 11:56
02/08/2011 - 17:11
01/20/2011 - 12:31
01/20/2011 - 12:06
01/20/2011 - 12:04
Related Articles (Topic wise)
08/31/2009 - 15:34
01/07/2010 - 09:59
09/20/2009 - 11:20
08/31/2009 - 16:04
01/07/2010 - 10:01
Related Articles (District wise)
09/23/2010 - 15:09
09/14/2010 - 10:47
09/14/2010 - 09:02
01/12/2010 - 17:37
01/12/2010 - 17:15