रीके द्वारा प्रतिपादित उष्मागतिक सिद्धांत जो कायांतरित शैलों में पुनःक्रिस्टलन से उत्पन्न खनिज आकार में परिवर्तन से संबंधित है। इसमें खनिज घोल अत्यधिक बाह्य दाब पर बनता है, जबकि क्रिस्टलन न्यूनतन दाब बिन्दुओं पर होता है।
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बाहरी कड़ियाँ
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विकिपीडिया से (Meaning from Wikipedia)
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
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शब्द रोमन में
संदर्भ
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