सस्यावर्तन
उर्वरता बनाए रखने और रोग निवारण के उद्देश्य से भूमि में प्रतिवर्ष एक ही फसल न बोकर विभिन्न उपयुक्त फसलों को बोने का क्रम। जैसे गेहूं वाले खेत ने फलियों की फसल का बोना जिससे भूमि में क्षीण हुए नाइट्रोजन आदि उर्वरक की मात्रा पुनः बढ़ जाए।
उर्वरता बनाए रखने और रोग निवारण के उद्देश्य से भूमि में प्रतिवर्ष एक ही फसल न बोकर विभिन्न उपयुक्त फसलों को बोने का क्रम। जैसे गेहूं वाले खेत ने फलियों की फसल का बोना जिससे भूमि में क्षीण हुए नाइट्रोजन आदि उर्वरक की मात्रा पुनः बढ़ जाए।
अन्य स्रोतों से
भूमि के किसी भाग पर विभिन्न फसलों का किसी विशेष क्रम से बोया जाना, जिससे मृदा में पाए जाने वाले खनिजों तथा उर्वरकों का ह्रास न हो। उदाहरणार्थ पहले वर्ष गेहूं, दूसरे वर्ष जौ, तीसरे वर्ष मूंगफली आदि की खेती।