सींग मुड़े माथा उठा

Submitted by Hindi on Wed, 03/24/2010 - 12:16
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घाघ और भड्डरी

सींग मुड़े माथा उठा, मुँह का होवे गोल।
रोम नरम चंचल करन, तेज बैल अनमोल।।


भावार्थ- जिस बैल के सींग मुड़े हों, मस्तक उठा हुआ हो, मुँह गोल हो, बाल मुलायम हों, कान चंचल हों, वह बैल चलने में तेज और अनमोल होता है।