सीवर में लापरवाही करने वाली कंपनी को ही दे दिया गया पानी का टेंडर

Submitted by Editorial Team on Tue, 05/21/2019 - 15:58
Source
आइनेक्स्ट, देहरादून, 21 मई 2019

जो प्राइवेट कंपनी सीवर के काम में फेल हो गई, उसी को पानी की लाइन बिछाने का काम दे दिया गया। अपने पुराने रिकाॅर्ड को कायम रखते हुए कंपनी बहुत धीमी रफ्तार से काम कर रही है। आरजी इन्डस्ट्रीज नामक इस कंपनी पर आरोप है कि इसने कैंट और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में करीब छह सौ लोगों के सीवर कनेक्शन नहीं जोड़े हैं। इस मामले को लेकर लोगों ने हंगामा भी किया और अब आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की जांच की जाएगी।

12 वार्डों का काम कंपनी के पास

कुछ समय पहले एडीबी ने शहर भर में सीवर लाइन बिछाने का काम किया गया था। उस समय आरजी इन्डस्ट्रीज को कैंट और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के 12 वार्डों में काम मिला था। यही नहीं दोनों विधानसभा क्षेत्रों में करीब छह सौ लोगों को सीवर कनेक्शन दिए बिना ही कंपनी चली गई। ब्रह्मपुरी के पार्षद सतीश कश्यप कहते हैं, काम बहुत धीमा होने की वजह से हम उलझन में है। हल्की बारिश में पानी भर जाता है। शीघ्र ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन करेंगे। वहीं प्रीत विहार के गौरव बुड़कोटी बताते हैं, ठेकेदार मनमर्जी से काम करवा रहे हैं। एक जगह का काम पूरा होने से पहले ही दूसरी जगह खुदाई करवा रहे हैं, इससे परेशानी बढ़ जाती है।

फिर मिला आनलाइन टेंडर

इस गड़बड़झाले के बावजूद आरजी इन्डस्ट्रीज ने फिर से पेयजल निगम के आनलाइन टेंडर के लिए एप्लाई कर दिया और निगम ने भी कंपनी का पिछला रिकाॅर्ड देखे बिना ही कंपनी को पाइप लाइन बिछाने के काम में भी लापरवाही करने लगी तो जनप्रतिनिधयों ने कंपनी का टैक रिकार्ड खंगाला। 

काम में ढिलाई, लोग परेशान

कंपनी पाइप लाइन का काम इतनी धीमी रफ्तार से कर रही है कि लोगों को अब परेशानी होने लगी है। लोगों को चिंता है कि बरसात शुरू होने से पहले काम पूरा नहीं किया गया तो उनकी परेशानी बढ़ जाएगी। पहली बार भारी लापरवाही बरत चुकी कंपनी को फिर से काम दिए जाने को लेकर लोग परेशान हैं। ब्रह्मपुरी की मनीषा कहती हैं, सड़के खुदी होने की वजह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। कई बार बोलने के बावजूद भी इस और हमारी बात ही नहीं सुनी जा रही है। किससे शिकायत करें।

पेयजल निगम के ईई जीपी सिंह इस पर कहते हैं, कंपनी को नोटिस दिए जाने, पैनल्टी लगाने या उसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई होने पर ही हमारी जानकारी तक मामला पहुंचता है। हालांकि अब हम अपने स्तर से क्षेत्रों का इंस्पेक्शन करेंगे। आरजी इन्डस्ट्रीज के अरविंदर पाल कहते हैं, चुनावी संबंधी कार्यों के कारण हमें लेबर नहीं मिल पा रही है, जिससे काम धीमा है। निगम अधिकारी जेसीबी से काम नहीं करने दे रहे हैं। मैं खुद दून आकर मौका-मुआयना करूंगा।

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