सोम सुकर सुरगुरु दिवस

Submitted by Hindi on Thu, 03/25/2010 - 16:41
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घाघ और भड्डरी

सोम सुकर सुरगुरु दिवस, पूस अमावस होय।
घर-घर बजी बधाबड़ा दुःखी न दीखै कोय।।


भावार्थ- पूस की अमावस्या को यदि सोमवार, वृहस्पतिवार या शुक्रवार पड़े तो शुभ होता है और हर जगह बधाई बजेगी तथा कोई भी आदमी दुःखी नहीं रहेगा।