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कुरुक्षेत्र, मार्च 2017
सरकारी कार्यालयों में साफ-सफाई और स्वच्छ भारत अभियान में लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपनी सभी मीडिया इकाइयों के साथ 16-31 जनवरी, 2017 तक स्वच्छता पखवाड़ा 2017 का आयोजन किया। स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों और उठाए गए कदमों की प्रेस को जानकारी देते हुए शहरी विकास, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम. वैंकेया नायडू ने बताया कि सरकार पूरी तरह से इस कहावत में यकीन रखती है कि ‘बदलाव घर से शुरू होता है।’ उन्होंने ये भी कहा कि स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने के लिये जरूरी है कि जहाँ हम रहते हैं, जहाँ हम कार्य करते हैं, वे जगह साफ हो और हम उन्हें स्वच्छ रखें और राष्ट्र में इस स्वच्छता आन्दोलन को शुरू करने के लिये सत्ता के केन्द्र यानी सरकारी मंत्रालयों और कार्यालयों से बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती।
श्री नायडू ने कहा कि स्वच्छता, सुव्यवस्था और सफाई बेहद महत्त्वपूर्ण हैं और इनके अव्यवस्थित होने पर शान्ति पाना बेहद मुश्किल है। श्री नायडू ने ये भी कहा कि रिकॉर्डों और नियमवालियों का डिजिटाइजेशन स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान उठाया गया एक महत्त्वपूर्ण कदम है। उन्होंने प्रकाशन विभाग द्वारा वार्षिक सन्दर्भ ग्रंथ भारत/इण्डिया 2017 का प्रिंट के साथ-साथ ई-संस्करण जारी किये जाने की सराहना की।
श्री नायडू ने बताया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय और इसकी विभिन्न इकाइयों और विभागों ने इस मिशन में जन-भागीदारी के लिये कई नए तरीके प्रयुक्त किये।
1. मंत्रालय और मीडिया इकाइयों द्वारा व्यापक सफाई अभियान चलाया गया जिसका बाकायदा नियमित रूप से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मुआयना किया गया। सितम्बर से नवम्बर 2016 के दौरान चलाए गए विशेष अभियान से मंत्रालय 60,624 वर्ग फुट जगह को पुनः प्राप्त करने में सफल हुआ।
2. पखवाड़े के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विभाग के लिये मंत्रालय ने ‘स्वच्छता के लिये श्रेष्ठ विभाग’ पुरस्कार भी रखा। स्वच्छता सहित ई-ऑफिस रिकॉर्ड रखने, समीक्षा करने और लागू करने में हुई प्रगति को पुरस्कार हेतु पैमाना बनाया गया।
3. मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शौचालयों और कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया।
4. राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (जोकि सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अन्तर्गत आता है) द्वारा एक स्वच्छ भारत लघु फिल्म महोत्सव आयोजित किया गया। इसके लिये एक से तीन मिनट की लघु फिल्में आमंत्रित की गई। देश भर से 20 से अधिक भाषाओं में कुल 4346 निविदाएँ प्राप्त हुई। पुरस्कार विजेताओं को नई दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में 2 अक्टूबर, 2016 को आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया।
5. इससे पहले सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने स्वच्छ भारत अभियान में तेजी लाने के लिये अगस्त 2016 से जुलाई 2017 की अवधि के लिये एक शीर्षक आधारित स्वच्छता कैलेंडर तैयार किया।
6. मंत्रालय ने स्वच्छता की अवधारणा का विस्तार करते हुए, ऑफिस में साफ-सफाई के साथ-साथ पुरानी फाइलों, बेकार फर्नीचर आदि को भी साफ करने का काम शुरू किया है। सभी डिवीजनों को विज्ञप्ति भेजी गई थी कि वे लम्बित फाइलों के ढेर का शीघ्र निपटान करें जैसे- पुराने मुकदमें, सर्विस रिकॉर्ड, सरकारी संवाद आदि। साथ ही पुरानी बेकार पड़ी चीजों की नीलामी भी की जाये।
7. सभी कार्यदिवसों में डीडी न्यूज द्वारा ‘स्वच्छता समाचार’ नाम का 5 मिनट का एक विशेष बुलेटिन शुरू किया गया है। इसमें स्वच्छ भारत अभियान के बारे में फीचर स्टोरी और स्वच्छता के लिये लोगों द्वारा की जा रही पहलों पर समाचार दिये जाते हैं।
8. ऑल इण्डिया रेडियो के समाचार सेवा प्रभाग द्वारा स्वच्छता के विभिन्न विषयों पर नारे और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता आयोजित की गई ताकि स्वच्छता अभियान में लोगों की भागीदारी और बढ़ाई जा सके।
9. डीडी न्यूज और दूसरी मीडिया यूनिटों द्वारा वाद-विवाद व निबन्ध प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई।
10. लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिये पुणे स्थित भारतीय फिल्म व टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) और गीत एवं नाटक प्रभाग (एसडीडी) द्वारा नुक्कड़ नाटक किये गए।
11. भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) द्वारा स्वच्छता का सन्देश फैलाने के लिये रेडियो के माध्यम का खूब प्रयोग किया गया (सामुदायिक रेडियो सहित)।
12. स्वच्छ भारत पर कई रेडियो विचार गोष्ठियाँ हुई और कचरा-निपटान पर कई लाइव कार्यक्रम प्रसारित किये गए।
13. भारतीय जनसंचार संस्थान ने बेकार पड़े बिजली के और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की ई-नीलामी की। इससे 14,21,484 रुपए मिले।
14. प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित विभिन्न पत्रिकाओं और रोजगार समाचार में स्वच्छता के विभिन्न आयामों से सम्बन्धित विशेष लेख छापे गए। इनमें स्वच्छता से सम्बन्धित सफलता की कहानियाँ भी प्रकाशित की गईं।
15. केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के हैदराबाद कार्यालय में ऑफिस रिकॉर्डों के डिजिटलीकरण का कार्य शुरू हुआ है ताकि इस कार्यालय को कागजमुक्त बनाया जा सके।
16. मंत्रालय और सभी मीडिया यूनिटों द्वारा स्वच्छता शपथ दिलाई गई। साथ ही स्वच्छता का सन्देश फैलाने के लिये पोस्टर और बैनर भी लगाए गए।
श्री नायडू ने कहा कि स्वच्छता, सुव्यवस्था और सफाई बेहद महत्त्वपूर्ण हैं और इनके अव्यवस्थित होने पर शान्ति पाना बेहद मुश्किल है। श्री नायडू ने ये भी कहा कि रिकॉर्डों और नियमवालियों का डिजिटाइजेशन स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान उठाया गया एक महत्त्वपूर्ण कदम है। उन्होंने प्रकाशन विभाग द्वारा वार्षिक सन्दर्भ ग्रंथ भारत/इण्डिया 2017 का प्रिंट के साथ-साथ ई-संस्करण जारी किये जाने की सराहना की।
श्री नायडू ने बताया कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय और इसकी विभिन्न इकाइयों और विभागों ने इस मिशन में जन-भागीदारी के लिये कई नए तरीके प्रयुक्त किये।
1. मंत्रालय और मीडिया इकाइयों द्वारा व्यापक सफाई अभियान चलाया गया जिसका बाकायदा नियमित रूप से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा मुआयना किया गया। सितम्बर से नवम्बर 2016 के दौरान चलाए गए विशेष अभियान से मंत्रालय 60,624 वर्ग फुट जगह को पुनः प्राप्त करने में सफल हुआ।
2. पखवाड़े के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विभाग के लिये मंत्रालय ने ‘स्वच्छता के लिये श्रेष्ठ विभाग’ पुरस्कार भी रखा। स्वच्छता सहित ई-ऑफिस रिकॉर्ड रखने, समीक्षा करने और लागू करने में हुई प्रगति को पुरस्कार हेतु पैमाना बनाया गया।
3. मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शौचालयों और कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया।
4. राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (जोकि सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अन्तर्गत आता है) द्वारा एक स्वच्छ भारत लघु फिल्म महोत्सव आयोजित किया गया। इसके लिये एक से तीन मिनट की लघु फिल्में आमंत्रित की गई। देश भर से 20 से अधिक भाषाओं में कुल 4346 निविदाएँ प्राप्त हुई। पुरस्कार विजेताओं को नई दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में 2 अक्टूबर, 2016 को आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया गया।
5. इससे पहले सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने स्वच्छ भारत अभियान में तेजी लाने के लिये अगस्त 2016 से जुलाई 2017 की अवधि के लिये एक शीर्षक आधारित स्वच्छता कैलेंडर तैयार किया।
6. मंत्रालय ने स्वच्छता की अवधारणा का विस्तार करते हुए, ऑफिस में साफ-सफाई के साथ-साथ पुरानी फाइलों, बेकार फर्नीचर आदि को भी साफ करने का काम शुरू किया है। सभी डिवीजनों को विज्ञप्ति भेजी गई थी कि वे लम्बित फाइलों के ढेर का शीघ्र निपटान करें जैसे- पुराने मुकदमें, सर्विस रिकॉर्ड, सरकारी संवाद आदि। साथ ही पुरानी बेकार पड़ी चीजों की नीलामी भी की जाये।
7. सभी कार्यदिवसों में डीडी न्यूज द्वारा ‘स्वच्छता समाचार’ नाम का 5 मिनट का एक विशेष बुलेटिन शुरू किया गया है। इसमें स्वच्छ भारत अभियान के बारे में फीचर स्टोरी और स्वच्छता के लिये लोगों द्वारा की जा रही पहलों पर समाचार दिये जाते हैं।
8. ऑल इण्डिया रेडियो के समाचार सेवा प्रभाग द्वारा स्वच्छता के विभिन्न विषयों पर नारे और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता आयोजित की गई ताकि स्वच्छता अभियान में लोगों की भागीदारी और बढ़ाई जा सके।
9. डीडी न्यूज और दूसरी मीडिया यूनिटों द्वारा वाद-विवाद व निबन्ध प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई।
10. लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिये पुणे स्थित भारतीय फिल्म व टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) और गीत एवं नाटक प्रभाग (एसडीडी) द्वारा नुक्कड़ नाटक किये गए।
11. भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) द्वारा स्वच्छता का सन्देश फैलाने के लिये रेडियो के माध्यम का खूब प्रयोग किया गया (सामुदायिक रेडियो सहित)।
12. स्वच्छ भारत पर कई रेडियो विचार गोष्ठियाँ हुई और कचरा-निपटान पर कई लाइव कार्यक्रम प्रसारित किये गए।
13. भारतीय जनसंचार संस्थान ने बेकार पड़े बिजली के और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की ई-नीलामी की। इससे 14,21,484 रुपए मिले।
14. प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित विभिन्न पत्रिकाओं और रोजगार समाचार में स्वच्छता के विभिन्न आयामों से सम्बन्धित विशेष लेख छापे गए। इनमें स्वच्छता से सम्बन्धित सफलता की कहानियाँ भी प्रकाशित की गईं।
15. केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के हैदराबाद कार्यालय में ऑफिस रिकॉर्डों के डिजिटलीकरण का कार्य शुरू हुआ है ताकि इस कार्यालय को कागजमुक्त बनाया जा सके।
16. मंत्रालय और सभी मीडिया यूनिटों द्वारा स्वच्छता शपथ दिलाई गई। साथ ही स्वच्छता का सन्देश फैलाने के लिये पोस्टर और बैनर भी लगाए गए।