जलसंयोजी, जलडमरूमध्यः
समुद्र का वह संकीर्ण जल भाग जो दो महाद्वीपों या द्वीपों को अलग करता है अथवा किसी द्वीप को मुख्य भूमि से अलग करता है।
समुद्र के दो विस्तृत क्षेत्रों को मिलाने वाला एक संकीर्ण समुद्री विस्तार जो किसी स्थल-संयोजी के विभंग हो जाने, सागर के अधिप्लावन अथवा स्थल के निमज्जित हो जाने के कारण या अपरदन द्वारा निर्मित होता है।