तपै मृगसिरा जोय

Submitted by Hindi on Thu, 03/18/2010 - 12:57
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घाघ और भड्डरी

तपै मृगसिरा जोय, तो बरखा पूरन होय।

भावार्थ- यदि मृगशिरा नक्षत्र में गर्मी खूब पड़े तो समझो उस वर्ष वर्षा अच्छी होगी।