ऊख सरवती दिवला धान

Submitted by Hindi on Tue, 03/23/2010 - 09:23
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घाघ और भड्डरी

ऊख सरवती दिवला धान।
इन्हें छाड़ि जनि बोओ आन।।


शब्दार्थ- सरवती-सरौती नामक ईख।

भावार्थ- घाघ का कहना है कि ईख में सरौती ईख और धान में देहुला नामक धान बोना चाहिए क्योंकि इनमें पैदावार अधिक होती है। अतः इन्हीं की बुआई करनी चाहिए अन्य की नहीं।