उत्तर चमकै बीजली

Submitted by Hindi on Wed, 03/17/2010 - 13:57
Author
घाघ और भड्डरी

उत्तर चमकै बीजली, पूरब बहै जु बाव।
घाघ कहै सुनु घाघिनी, बरधा भीतर लाव।।


भावार्थ – यदि उत्तर दिशा में बिजली चमकती हो और पुरवा हवा बह रही हो तो घाघ अपनी स्त्री से कहते हैं कि बैलों को घर के अन्दर बाँध लो, वर्षा शीघ्र होने वाली है।