वर्षा जल अथवा हिम द्रवण से प्राप्त जल का वह भाग जो भूपृष्ठ पर सरिताओं या नदियों के रूप में प्रवाहित होता है। वर्षा जल का वह भाग जो धरातल के ऊपर से बहता हुआ सरिता में पहुंचता है, प्रत्यक्षवाह या तुरंतवाह (immediate run-off) कहलाता है। अधिकांश जल जो मिट्टी तथा शैलरंध्रों से रिसकर भूमि के अंदर चला जाता है और रिसाव तथा झरनों के रूप में पुनः भू-पृष्ठ पर प्रकट होता है, लंबित वाह (delayed run-off) कहलाता है। वाह उन भागों में अधिक तीव्र एवं बृहत होता है जहाँ वर्षा होती है, मिट्टी चिकनी तथा रंद्रहीन होती है और भूमि पर वानस्पतिक आवरण कम होता है। इसके विपरीत कम वर्षा, बलुई तथा रंध्रयुक्त मिट्टी तथा वनों से आच्छादित भूमि पर इसकी (वाह की) गति मंद तथा विस्तार सीमित होता है।
अन्य स्रोतों से
वेबस्टर शब्दकोश ( Meaning With Webster's Online Dictionary )
हिन्दी में -