वायु चलेगी दखिना

Submitted by Hindi on Fri, 03/19/2010 - 11:28
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घाघ और भड्डरी

वायु चलेगी दखिना।
माँड़ कहाँ से चखिना।


भावार्थ- जब दक्खिनी हवा चलेगी तो मांड़ चखने को नहीं मिलेगा अर्थात् धान की फसल अच्छी नहीं होगी।