भादों बदी एकादसी

Submitted by Hindi on Sat, 03/20/2010 - 11:34
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घाघ और भड्डरी

भादों बदी एकादसी, जो ना छिटकै मेघ।
चार मास बरसै नहीं, कहै भड्डरी पेख।।


शब्दार्थ- बदी-कृष्ण पक्ष। पेख-देखना।

भावार्थ- भड्डरी का कहना है कि यदि भादों कृष्ण एकादशी को आसमान में बादल न दिखाई दें तो समझ लेना चाहिए कि चार महीने पानी नहीं बरसेगा।