सुक्रवार की बादरी

Submitted by Hindi on Fri, 03/19/2010 - 15:20
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घाघ और भड्डरी

सुक्रवार की बादरी, रही सनीचर छाय।
ऐसा बोलैं भड्डरी, बिन बरसे नहीं जाय।।


भावार्थ- शुक्रवार के दिन आसमान में छाये बादल शनिवार तक रहें तो वर्षा निश्चित रूप से होगी, ऐसा भड्डरी का कहना है।