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मान मंदिर सेवा संस्थान ट्रस्ट

जिसमें माननीय जय कृष्ण दास (राष्ट्रीय संरक्षक), ठाकुर भानू प्रताप सिंह (राष्ट्रीय अध्यक्ष), राजेंद्र प्रसाद शास्त्री (राष्ट्रीय मुख्य महासचिव), राधाकांत शास्त्री (राष्ट्रीय मुख्य सलाहकार) तथा राधा जीवन दास (अमरीका से) ने कहा कि जब तक यमुना जी में पानी नहीं छोड़ा जाता तब तक धरना प्रदर्शन आन्दोलन चलता रहेगा। रैली में 'यमुना जी को मुक्त करो! मुक्त करो!!', 'यमुना जी में पानी छोड़ो! पानी छोडो!!', 'यमुना जी को साफ करो! साफ करो!!' आदि नारों के साथ जयकारे के साथ रैली निकली गई। ब्रज से आए गोपियों व ग्वालों ने रैली में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और सभी कीर्तन व नृत्य से मंत्रमुग्ध हो गए। अधिकांश लोग हाथों में तख्ते लेकर यमुना जी को बचाने के प्रयास में समर्थन देते दिखे। आन्दोलन में यह घोषणा भी की गई कि यदि यमुना जी में पानी नहीं छोड़ा गया तो नई रणनीति तय की जाएगी और भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत लखनऊ के बजाए दिल्ली में जंतर-मंतर पर होगी जिसमें विभिन्न प्रदेशों के किसान शामिल होंगें। इसके अतिरिक्त भारतीय किसान यूनियन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विनोद वर्मा ने बताया कि भारतीय चरित्र निर्माण संस्था के माध्यम से यमुना बचाओ अभियान को भारतीय किसान यूनियन नेताओं, संतों-साध्वियों और कार्यकर्ताओं का सम्मान-सम्मेलन शाम 5 बजे से जंतर-मंतर पर आरम्भ होगा।
इसके अतिरिक्त, जागृत भारत पार्टी (अनशन, जंतर-मंतर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय सुरजीत सिंह डंग, भारतीय समाज पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह, ऋषिपाल अमावता (भारतीय किसान यूनियन(अमावता गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नरसिंह नारायण सिंह (अधिवक्ता, उच्चतम न्यायालय), रामबाबू सिंह चौहान (अध्यक्ष, राष्ट्रीय एकता परिषद (भारत), रमेश मेहता (वल्लभ भाई ट्रस्ट) ने भी यमुना आन्दोलन को समर्थन दिया।