वेब/संगठन
बड़वानी। अखिल भारतीय गायत्री परिवार शांतिकुंज के तत्वावधान में युवा प्रकोष्ठ मप्र द्वारा नर्मदांचल शुद्धि अभियान के अंतर्गत नर्मदा अमृतकुंभ जनजागरण यात्रा अमरकंटक से प्रारंभ की है। यात्रा का शुभारंभ अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पंडया ने 13 सितम्बर 09 अमरकंटक से किया। यात्रा में डिंडौरी, मंडला, जबलपुर, पिपरीया, होशंगबाद, खंडवा होते हुए बड़वानी जिले के ठीकरी नगर में प्रवेश किया। नर्मदा अमृतकुंभ जनजागरण यात्रा की अगवानी बड़वानी उपजोन के महेन्द्र भावसार, जबलपुर के केसी शर्मा ने पूजा-अर्चना के साथ की। मुख्य मार्ग से जयघोष करते हुए यात्रा गांधी चौक पहुंची।
शांतिकुंज प्रतिनिधि उदयभानजी ने जनजागरण संदेश में कहा कि समय रहते जागे अन्यथा मानवता पर संकट की भयाभय स्थिति निर्मित हो सकती है। नर्मदा में बासी फूल, घर का कुड़ा-कचरा विसर्जित करके प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। मां गंगा पाप धोते-धोते मैली हो जाती है, तो मां नर्मदा का स्नान कर पतित पावनी बनती है। ऎसी पाप नाशनी मां नर्मदा को हम अज्ञानतावश अपवित्र कर रहे हैं। उपजोन प्रभारी केसी शर्मा ने घाटों पर शुद्धता, स्वच्छता रखने की अपील की। महेन्द्र भावसार ने कहा मां नर्मदा निमाड़ की जीवन रेखा है, अगर हम सभी प्रदूषित करते रहे तो ताप्ति व शिप्रा नदी जैसी भयानक स्थिति बन सकती है।
शांतिकुंज प्रतिनिधि उदयभानजी ने जनजागरण संदेश में कहा कि समय रहते जागे अन्यथा मानवता पर संकट की भयाभय स्थिति निर्मित हो सकती है। नर्मदा में बासी फूल, घर का कुड़ा-कचरा विसर्जित करके प्रदूषण को बढ़ा रहे हैं। मां गंगा पाप धोते-धोते मैली हो जाती है, तो मां नर्मदा का स्नान कर पतित पावनी बनती है। ऎसी पाप नाशनी मां नर्मदा को हम अज्ञानतावश अपवित्र कर रहे हैं। उपजोन प्रभारी केसी शर्मा ने घाटों पर शुद्धता, स्वच्छता रखने की अपील की। महेन्द्र भावसार ने कहा मां नर्मदा निमाड़ की जीवन रेखा है, अगर हम सभी प्रदूषित करते रहे तो ताप्ति व शिप्रा नदी जैसी भयानक स्थिति बन सकती है।